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नया सफर नई उम्मीदें

‘जिंदगी लाइव’ का दूसरा सीज़न शुरू हो रहा है। पिछले एक साल में ये शो एक शो न रहकर हम सबकी ज़िंदगी का एक हिस्सा बन गया। अगर मैं ये कहूं कि ‘ज़िंदगी लाइव’ की वजह से हमने एक साल में जितना देखा, सुना, समझा और सीखा उतना अब तक की हम सबकी जिंदगी में नहीं हुआ था तो ये कतई अतिश्योक्ति नहीं होगी। पढ़ें: यही तो है सच्चा प्यार… मैंने अपने एपिसोड प्रोड्यूसर्स को अपने एपिसोड से जुड़े लोगों के लिए...

ज़िंदगी लाइव अवॉर्ड्स

इस बार पिछले हफ्ते की ही बात को आगे बढ़ा रही हूं। कुछ ऐसी महिलाओं की बात जो अपनी ज़िंदगी जीने के ढंग से दूसरी महिलाओं के लिए एक मिसाल कायम करती हैं । ज़रूरी नहीं कि ये महिलाएं कोई बहुत बड़ा काम कर रही हों लेकिन उन्होंने जो भी किया उससे अपनी हिम्मत का परिचय दिया। फैसला चाहे छोटा रहा या बड़ा, उसने दुनिया को चौंका दिया और इन महिलाओं के प्रति सम्मान को कई गुना बढ़ा दिया।...

क्या मैं तुम्हारा अंश नहीं…

पापा…. क्या मैं तुम्हारा अंश नहीं… फिर क्यों तुमको मुझसे प्यार नहीं….. क्या मैं तुम्हारी प्रार्थना नहीं फिर क्यों मैं तुमको स्वीकार नहीं…. क्यों तुम मुझे मारना चाहते हो.. क्या मैं इस जीवन की हक़दार नहीं… क्या लड़की होना मेरा गुनाह है…. इसलिए तुम्हें मेरा इंतजार नहीं…. क्या हो जाता अगर मैं इस दुनिया में रखती कदम…. क्या मुझसे रंगीन होता तुम्हारा संसार नहीं… मेरा दिल भी धड़कता है तुम्हारे लिए…. मैं भी जीना चाहती हूं पापा, सांस लेना चाहती हूं मैं भी खेलना चाहती हूं तुम्हारी गोद में…. मैं आना चाहती हूं...

हिंदोस्तां का दिल देखा हिंदोस्तां का दिल देखा……

बड़ा फख्र महसूस करती थी मैं जब भी टेलिविज़न पर मध्य प्रदेश का ये विज्ञापन देखा करती थी। बुंदेलखंडी हूं, जन्म मध्य प्रदेश के रीवा में हुआ। दतिया मेरा ननिहाल है। सारे रिश्ते नाते, बचपन की खट्टी मीठी यादें मध्य प्रदेश से ही जुड़ी हुई हैं।गर्मियों की छुट्टियां शुरू हुई नहीं कि हमारा मध्य प्रदेश भ्रमण शुरू हो जाता। लेकिन आज मैं आप सबको ये सारी बातें क्यों बता रही हूं ? क्योंकि आज मुझे हिंदुस्तान के इस दिल...

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

8 मार्च को हम हर साल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हैं..क्या आप जानते हैं कि 1913 में 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित किया गया था। यानि कि 2013 में महिला दिवस 100 साल पूरे कर रहा है… हालांकि मैं किसी भी जश्न को एक दिन में बांधने में यकीन नहीं करती..मुझे नहीं लगता कि प्यार के इज़हार के लिए 14 फरवरी ही सही दिन है, या फिर मां से मिलने के लिए एक मदर्स डे के बहाने के...

ज़िंदगी लाइव अवॉर्ड्स

इस बार पिछले हफ्ते की ही बात को आगे बढ़ा रही हूं। कुछ ऐसी महिलाओं की बात जो अपनी ज़िंदगी जीने के ढंग से दूसरी महिलाओं के लिए एक मिसाल कायम करती हैं । ज़रूरी नहीं कि ये महिलाएं कोई बहुत बड़ा काम कर रही हों लेकिन उन्होंने जो भी किया उससे अपनी हिम्मत का परिचय दिया। फैसला चाहे छोटा रहा या बड़ा, उसने दुनिया को चौंका दिया और इन महिलाओं के प्रति सम्मान को कई गुना बढ़ा दिया।...

काश हम भी ऐसे होते

शायद मैंने आपको पहले भी बताया था कि मैं पिछले साल ३ महीनों के लिए लंदन गई थी एक स्कॉलरशिप पर। दूसरे देशों में जाना, घूमना, रहना,वहां के लोगों से मिलना जुलना कई मायनों में आपकी सोच को बदलता है, विकसित करता है। हर वक्त आप अपने देश की तुलना उस देश से करते है, अपने लोगों के व्यवहार की तुलना वहां के लोगों से करते हैं। लंदन रहते हुए मैंने योरोप के कुछ दूसरे देश भी घूमे।कुछ खास अनुभव हुए...